संघर्षरत जनता के साथी थे शिवराम: जेयूसीएस

रंगकर्मी, साहित्यकार और वामपंथी नेता शिवराम को श्रद्धांजली

नई दिल्ली, 10 अक्टूबर। प्रसिद्ध रंगकर्मी, साहित्यकार और मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (यूनाइटेड) के पोलित ब्यूरो सदस्य शिवराम के आकस्मिक निधन पर जर्नलिस्ट्स यूनियन फॉर सिविल सोसायटी (जेयूसीएस) अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता है। राजस्थान के कोटा के रहने वाले शिवराम ने अपना पूरा जीवन मजदूर आंदोलनों और नाट्यकर्म को समर्पित कर दिया था। उनका निधन संघर्षरत आमजन के लिए अपूर्ण क्षति है।
सरकारी दूरसंचार कम्पनी में रामगंज मंडी  से बतौर इंजीनियर अपना व्यक्तिगत और राजनैतिक कैरियर शुरू करने वाले शिवराम ने उद्योगनगरी कोटा में कई मजदूर आंदोलनों का नेतृत्व किया। पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) से अलग होने का कारण भी उनका मजदूर आंदोलनों से दलाली करने वालों को अलग-थलग करना था। 1980 में जब सीपीएम से अलग एमसीपीआईयू के गठन की प्रक्रिया शुरू हुई तो शिवराम उसके अग्रणी नेताओं में से थे। फिलहाल वह एमसीपीआईयू के पोलित ब्यूरो में शामिल थे।
एक आंदोलनकारी से अलग शिवराम को देश में नुक्कड़-नाटकों के जन्मदाता के बतौर भी जाना जाता है। उन्होंने सफदर हाशमी से पहले ही मजदूरों के लिए लिखे गए नाटक ‘जनता पागल हो गई है’ से नुक्कड़-नाटकों की परम्परा शुरू की। आपातकाल के दौरान यह नाटक देशभर में कई स्थानों पर खेला गया, जो अभी भी जारी है। साठ से अधिक उम्र हो जाने के बाद भी शिवराम अभी भी नाटकों में अभिनय व निर्देशन करते थे। उन्होंने कई नाटक लिखे भी जिसमें 'जनता पागल हो गई है’, ‘जमीन’, घुसपैठिए (नाटक संग्रह), दुलारी की माँ (नाटक), एक गाँव की कहानी (नाटक), राधेया की कहानी (नाटक), सूली ऊपर सेज (सेज पर विवेचनात्मक पुस्तक), पुनर्नव (नाट्य रूपांतर संग्रह), गटक चूरमा (नाटक संग्रह), माटी मुळकेगी एक दिन (कविता संग्रह), कुछ तो हाथ गहो (कविता संग्रह), खुद साधो पतवार (कविता संग्रह) शामिल है.
शिवराम सदैव युवाओं को प्रोत्साहित करने वाले व्यक्तित्व थे। उनके निर्देशन में काम किए कई रंगकर्मी आज अपनी अलग पहचान रखते है। सीधे-सरल व्यक्तित्व शिवराम वैचारिक रूप से दृढ़ मार्क्सवादी थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन जनता के संघर्षों को समर्पित कर दिया। जेयूसीएस उन्हें अपनी श्रद्धांजली अर्पित करता है।


द्वारा -
शाह आलम, विजय प्रताप, ऋषि कुमार सिंह, शाहनवाज आलम, राजीव यादव, अवनीश राय, देवाशीष प्रसून, अरुन कुमार उरांव, प्रबुद्ध गौतम, विवके मिश्रा, दीपक राव, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, प्रवीण मालवीय, प्रकाश, अंशुमाला सिंह, मुकेश चौरासे, राजलक्ष्मी शर्मा, उपेन्द्र, दिलीप, शीत मिश्रा, श्वेता सिंह, राकेश, गुफरान, अली, शिप्रा, दीपिका, वेदप्रकाश मौर्य व अन्य साथी।
 

शिवराम की कविता
शिवराम की कविता

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